Thursday, June 4, 2009

आज भी तुमसे प्यार करता हूँ मैं.....................

यादें कितनी हैं , जो आज भी ताजा है जेहन में , किसी भी बात पर न जाने क्यूँ तुम ही याद आती हो, भूलना तो हुआ नहीं कभी , बहाना भले ही कितना किया हो तुमसे , आज
देखता हूँ मोबाइल पर लिखे हुए मैसेज को , तो प्यार के दिन बयां करते हैं है तुमको , जिससे मैंने वादा किया था साथ जीने मरने का , हर पल साथ देने का , शायद यह सब एक दिखावा ही था जो आज नहीं है , तुम ने मुझको भुलाया और मैंने तुमको ,
पर हकीकत में शायद आज भी एक दूसरे के बेहद करीब हैं । यह देखकर तुम खुश हो यही अच्छा लगता है मुझे । मैं पागल हूँ , मैं बदल गया हूँ , आज ये सारी बातें याद हैं पर क्या करूँ मैं मजबूर कर दिया है तुमने कसम देकर अपनी , उतना ही प्यार आज भी मैं करता हूँ तुमसे ,
पर कैसे बता पाऊंगा ? दिल में दबकर ही रह जायेगी यह सब बातें फिर भी मैं खुश हूँ कि - मैं तुमसे आज भी प्यार करता हूँ , तुम्हारे बगैर अधूरा हूँ , सोचता हूँ तुमको और खुश हो जाता हूँ अपने आप में .

6 comments:

  1. प्यार एक अहसास है,जो कभी कम नही होता
    हमदम चाहे करीब हो या दूर हो,बेहद करीब होता है

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  2. बहुत ही सुन्दर एहसास ।

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  3. प्यार एक एहसास है..............जिसको महसूस किया जा सकता है

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  4. sundar ahsaasaat lekin kya baat hai do maheene se koee nayee rachanaa naheen?

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  5. pyaar ek khoobsurat sa ahsaas hai ji ...aur aapne apne shabdo ke dwara use khoob darshaaya hai ji .. badhai..

    aabhar

    vijay

    pls read my new poem "झील" on my poem blog " http://poemsofvijay.blogspot.com

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