देखता हूँ मोबाइल पर लिखे हुए मैसेज को , तो प्यार के दिन बयां करते हैं है तुमको , जिससे मैंने वादा किया था साथ जीने मरने का , हर पल साथ देने का , शायद यह सब एक दिखावा ही था जो आज नहीं है , तुम ने मुझको भुलाया और मैंने तुमको ,
पर हकीकत में शायद आज भी एक दूसरे के बेहद करीब हैं । यह देखकर तुम खुश हो यही अच्छा लगता है मुझे । मैं पागल हूँ , मैं बदल गया हूँ , आज ये सारी बातें याद हैं पर क्या करूँ मैं मजबूर कर दिया है तुमने कसम देकर अपनी , उतना ही प्यार आज भी मैं करता हूँ तुमसे ,
पर कैसे बता पाऊंगा ? दिल में दबकर ही रह जायेगी यह सब बातें फिर भी मैं खुश हूँ कि - मैं तुमसे आज भी प्यार करता हूँ , तुम्हारे बगैर अधूरा हूँ , सोचता हूँ तुमको और खुश हो जाता हूँ अपने आप में .
प्यार एक अहसास है,जो कभी कम नही होता
ReplyDeleteहमदम चाहे करीब हो या दूर हो,बेहद करीब होता है
बहुत ही सुन्दर एहसास ।
ReplyDeleteप्यार एक एहसास है..............जिसको महसूस किया जा सकता है
ReplyDeletesundar ahsaasaat lekin kya baat hai do maheene se koee nayee rachanaa naheen?
ReplyDeletepyaar ek khoobsurat sa ahsaas hai ji ...aur aapne apne shabdo ke dwara use khoob darshaaya hai ji .. badhai..
ReplyDeleteaabhar
vijay
pls read my new poem "झील" on my poem blog " http://poemsofvijay.blogspot.com
Achhi samvedna.
ReplyDelete